स्वयं को ऐसा बनाओ.....
जहाँ तुम हो, 
वहाँ तुम्हें सब प्यार करे,

जहाँ से तुम चले जाओ, 
वहाँ तुम्हे सब याद करे,

जहाँ तुम पहूचने वाले हो, 
वहाँ सब 
तुम्हारा इंतज़ार करे.....

ये है जीने की कला !!

माना कि जिंदगी से बहुत प्यार है  मगर

कब तक रखोगे कांच के बर्तन संभाल के।
“डर मुझे भी लगा फांसला देख कर, 
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर। 

खुद ब खुद... 
मेरे नज़दीक आती गई मेरी मंज़िल 
मेरा हौंसला देख कर।”
😊😊
अंदाज़े से न नापिये किसी इंसान की हस्ती

ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे हुआ करते है।
जो नहीं ❌ है हमारे पास वो “ख्वाब” 🤔 हैं,

पर जो है ✅ हमारे पास वो “लाजवाब”👌 हैं।
उम्र ज़ाया कर दी लोगों ने
औरों के वजूद में नुक़्स निकालते
निकालते।

इतना ही खुद को तराशा होता
तो फ़रिश्ते बन जाते।
चौराहे पर खड़ी जिंदगी नजरें दौड़ाती हैं 

काश कोई बोर्ड दिख जाए जिस पर लिखा हो। 

सुकून... 0  कि.मी