स्वयं को ऐसा बनाओ.....
जहाँ तुम हो, 
वहाँ तुम्हें सब प्यार करे,

जहाँ से तुम चले जाओ, 
वहाँ तुम्हे सब याद करे,

जहाँ तुम पहूचने वाले हो, 
वहाँ सब 
तुम्हारा इंतज़ार करे.....

ये है जीने की कला !!

No comments:

Post a Comment